IWAI ने कालूघाट टर्मिनल को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) संचालक को सौंप दिया।
- भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने बिहार स्थित कालूघाट इंटरमॉडल टर्मिनल को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के तहत समिट अलायंस पोर्ट ईस्ट गेटवे प्राइवेट लिमिटेड को सौंप दिया है। IWAI को 38.3% राजस्व हिस्सेदारी मिलेगी।
- विश्व बैंक के सहयोग से निर्मित यह टर्मिनल जल मार्ग विकास परियोजना (JMVP) के तहत व्यापार, संपर्क और सतत अंतर्देशीय जलमार्ग संचालन को बढ़ावा देगा।
Google ने Nvidia के AI प्रभुत्व को चुनौती देने के लिए Ironwood TPU लॉन्च किया।
- Google ने अपनी 7वीं पीढ़ी की Ironwood TPU का अनावरण किया, जो कंपनी की सबसे शक्तिशाली AI चिप है, जो अब डेवलपर्स के लिए व्यापक रूप से उपलब्ध है ताकि इसके क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म को अपनाया जा सके।
- स्व-निर्मित, Ironwood को चैटबॉट और डिजिटल एजेंटों सहित बड़े पैमाने के AI मॉडल के प्रशिक्षण और तैनाती के लिए अनुकूलित किया गया है।
- प्रत्येक Ironwood पॉड 9,216 TPU को जोड़ता है, जिससे डेटा संबंधी अड़चनें दूर होती हैं और बड़े मशीन-लर्निंग वर्कलोड को स्केल करना संभव होता है।
एम्स अध्ययन ने भारत में नेत्र विशेषज्ञों की भारी कमी की ओर इशारा किया।
- हाल ही में एम्स, दिल्ली द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, भारत में प्रति दस लाख आबादी पर केवल 15 नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक से काफी कम है।
- 7,901 नेत्र चिकित्सा संस्थानों का सर्वेक्षण करने पर पाया गया कि 70.6% निजी स्वामित्व वाले हैं और ऑप्टोमेट्रिस्ट-नेत्र रोग विशेषज्ञ का अनुपात 0.85 है, जो विज़न 2020 के 3:1 के लक्ष्य से कम है।
- बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में विशेषज्ञों की भारी कमी है, जिससे क्षेत्रीय असमानता और भी बदतर हो रही है।
EIL, NMDC एनर्जी सऊदी अरब की तटवर्ती परियोजनाओं के लिए साझेदार।
- इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (EIL) ने सऊदी अरब में तेल एवं गैस, रिफाइनरियों, पेट्रोकेमिकल्स, पाइपलाइनों, भंडारण और ऊर्जा परिवर्तन से संबंधित तटवर्ती परियोजनाओं पर सहयोग के लिए एनएमडीसी एनर्जी (यूएई) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
- अबू धाबी में ADIPEC 2025 में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें ईआईएल की सीएमडी वर्तिका शुक्ला और एनएमडीसी के सीईओ अहमद अल धाहेरी भी उपस्थित थे।
- EIL पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत एक नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है।
CJI BR गवई ने बार-बार स्थगन याचिकाओं पर सरकार को फटकार लगाई।
- CJI BR गवई ने ट्रिब्यूनल रिफॉर्म्स एक्ट, 2021 मामले में अटॉर्नी जनरल द्वारा बार-बार स्थगन याचिकाओं की आलोचना की और उन्हें अदालत के प्रति बहुत अनुचित बताया।
- उन्होंने सवाल किया कि क्या देरी का उद्देश्य मामले को उनकी सेवानिवृत्ति के बाद भी टालना था, और कहा कि अदालत पहले ही दो बार स्थगन दे चुकी है।
- गवई ने ज़ोर देकर कहा कि बार-बार याचिकाएँ देने से न्यायिक समय बर्बाद होता है, अदालत की कार्यक्षमता कम होती है और न्याय मिलने में देरी होती है।
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